भीमराव थे बड़े महान।
दीनजनों के थे रखवाले ।
समता का पाठ पढ़ाने वाले।
शोषित पीड़ित वंचित को,
उनका अधिकार दिलाने वाले।
करके गए सब का उत्थान।
भीमराव थे बड़े महान।
खूब किताबें पढ़ते थे वो।
कलम से केवल लड़ते थे वो।
झुकना कभी न सीखा था,
ना ही किसी से डरते थे वो।
उनको जाने सकल जहान।
भीमराव थे बड़े महान।
शिक्षा का अधिकार दिलाया।
नारी को सम्मान दिलाया।
जाति-पाति का भेद मिटाकर,
मिलजुलकर जीना सिखलाया।
सब मिल करो उन्हें प्रणाम।
भीमराव थे बड़े महान।
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रमाकान्त चौधरी |
पता-गोला गोकर्णनाथ जिला-खीरी