पर्यावरण दिवस पर विशेष
मैं
अपने संदेश में ।
आज
प्लास्टिक पनप रही है
खतरा
बनकर देश में ।।
झील
सरोवर नदी ताल
झरने
सागर हैरान हैं ।
इसके
कब्जे में वन उपवन
खेत
और खलियान हैं ।।
उपजाऊ
को बंजर करना
इसका
एक स्वभाव है ।
खाने
पीने की चीजों पर
पड़ता
बुरा प्रभाव है ।।
सख्ती
आज नजर आई है
सरकारी
आदेश में ।
आज
प्लास्टिक पनप रही है
खतरा
बनकर देश में ।।
पॉलीथिन
के थैलों में जो
चीजें
फेकी जातीं हैं ।
खाकर
उनको जाने कितनी
गायें
जान गंवातीं हैं ।।
पशु
पक्षी और जीव जन्तुओं
पर
पड़ता है बुरा असर ।
पर्यावरण
प्रदूषित करता
नहीं
छोड़ता कोई कसर ।।
महापुरुष
भी बतलाते हैं
बात
यही उपदेश में ।
आज
प्लास्टिक पनप रही है
खतरा
बनकर देश में ।।
जाने
क्या मजबूरी है और
जाने
क्या लाचारी है ।
जाने
क्यों ये खतरनाक
पॉलीथिन
सबपर भाारी है ।।
स्वार्थ
त्याग कर पॉलीथिन का
बंद
करें उपयोग हम ।
जूट
और कपड़ों के थैलों
का
ही करें प्रयोग हम ।।
पर्यावरण
बेचैन ना हो
अब
पॉलीथिन के केश में ।
आज
प्लास्टिक पनप रही है
खतरा
बनकर देश में ।।
श्याम
किशोर बेचैन
9125888207