साहित्य

  • जन की बात न दबेगी, न छिपेगी, अब छपेगी, लोकतंत्र के सच्चे सिपाही बनिए अपने लिए नहीं, अपने आने वाले कल के लिए, आपका अपना भविष्य जहाँ गर्व से कह सके आप थे तो हम हैं।
  • लखीमपुर-खीरी उ०प्र०

Friday, June 11, 2021

पंडित राम प्रसाद बिस्मिल-कवि श्याम किशोर बेचैन

शहीद राम प्रसाद 'बिस्मिल' की पुण्यतिथि पर नेताओं से लेकर आम लोगों ने किया  याद, लिखे ये ट्वीट | Hari Bhoomi

     विशेष    

  जन्म 11 जून 1875 मृत्यु 19 दिसम्बर 1927    

एक एक ग्यारह होते हैं ग्यारह का गुणगान सुनो

ग्यारह छै: अट्ठारह सौ पचहत्तर का वरदान सुनो ।।

शाहजहांपुर की धरतीपर जन्मा इक विद्वान सुनो

यही वीर बिस्मिल देखो है आगे बना महान सुनो ।।

 

माता फूलमतीकी ममता प्यार पितामुरलीधर का

भाई परमानन्द की भुजा और साथ पूरे घर का ।।

बदला देखो लिया वीर ने भारत मांके अनादर का

इसीलिए वो अधिकारी है अपने पूरे आदर का ।।

आजादी के आंदोलन मे हुआ है जो कुर्बान सुनो

यही वीर बिस्मिल देखो है आगे बना महान सुनो ।।

 

भ्रता की फांसी से भ्राता का तेवर है बदल गया

फिर ऐसा गरजा भ्रता की हर गोरा है दहल गया ।।

ग्यारह ग्रंथों का लेखक वो क्रांतिवीर कहलाया है

पंडित रामप्रसाद ने बिस्मिल होके नामकमाया है ।।

काकोरी चौरी चौरा का रहा जो वीर प्रधान सुनो

यही वीर बिस्मिल देखो है आगे बना महान सुनो ।।

 

गाँधीजी साथ नही था लेकिन योद्धा अड़ा रहा

झुका नहीं गोरों के आगे मरते दमतक खड़ा रहा ।।

चूम लिया फांसी का पर समझौता किया नहीं

रहा बहुत बेचैन मगर ईमान का सौदा किया नहीं ।।

भरी जवानी में मिटने का पाला था अरमान सुनो

यही वीर बिस्मिल देखो है आगे बना महान सुनो ।।


 


पता-संकटा देवी बैंड मार्केट लखीमपुर खीरी

No comments:

पढ़िये आज की रचना

चर्चा में झूठी-सुरेश सौरभ

(फिल्म समीक्षा)      एक मां के लिए उसका बेटा चाहे जैसा हो वह राजा बेटा ही होता है, बच्चे कच्ची मिट्टी की तरह होते हैं, जिन्हें हम अपने विचार...

सबसे ज्यादा जो पढ़े गये, आप भी पढ़ें.