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suresh saurabh |
पिता
मैं भी हूँ,
वो भी है,
और भी हैं,
पर कुछ पिता
ऐसे भी हैं,
जो सिर्फ और सिर्फ
दानवता से भरे पुतले भर हैं
और उसमें भी
घोर पाप और दुराचार
कूट-कूट कर मिश्रित है
जो बहता हुआ लावारिस बच्चों को
पैदा करता है,
जिसकी पैदावार से गटर में बढ़ रही हैं
नाजायज बापों की
नई-नई खेप।
मो0-निर्मल नगर लखीमपुर-खीरी उ0 प्र0
पिन-262701 मो-7376236066