ले लो भैया गरम समोसा
खाओ भैया इडली डोसा ।
अजब- गजब संग चटनी वाला,
चटपट- चटपट स्वाद निराला ।
बोलो बोलो क्या है लेना,
नहीं अधिक है दाम देना ।
मेरी जेब में दस रुपैया,
जो है सस्ता दे दो भैया ।
गरम समोसा मीठी चटनी,
खाकर फिर पुस्तक है पढ़नी ।
निदेशक- हिन्दी बाल साहित्य शोध संस्थान,
बनौली, दरभंगा ( बिहार) -847428