साहित्य

  • जन की बात न दबेगी, न छिपेगी, अब छपेगी, लोकतंत्र के सच्चे सिपाही बनिए अपने लिए नहीं, अपने आने वाले कल के लिए, आपका अपना भविष्य जहाँ गर्व से कह सके आप थे तो हम हैं।
  • लखीमपुर-खीरी उ०प्र०
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Thursday, November 10, 2022

'गीत और स्वर सभी तुम्हारे' और 'विचार वीथिका' का विमोचन सम्पन्न

पुस्तक विमोचन

लखीमपुर-खीरी सनातन धर्म सरस्वती विद्या मंदिर बालिका इण्टर कालेज में उमाकान्त त्रिपाठी 'उमेश' की पुस्तक 'गीत और स्वर सभी तुम्हारे' एवं सत्यप्रकाश ''शिक्षक' की पुस्तक 'विचार वीथिका' का विमोचन मुख्य अतिथि पूर्व नगर पालिका अध्यक्षा डॉ. इरा श्रीवास्तव एवं विशिष्ट अतिथि गोला के वरिष्ठ कवि डॉ. द्वारिका प्रसाद रस्तोगी ने किया। पुष्पांजलि जन सेवा समिति एवं परिवर्तन फाउंडेशन द्वारा आयोजित काव्य गोष्ठी एवं पुस्तक विमोचन समारोह का संयोजन श्वेतवर्णा प्रकाशन के प्रदेश प्रतिनिधि सुरेश सौरभ ने किया। कार्यक्रम में समीउल्ला शमी, श्याम किशोर 'बेचैन', विनोद शर्मा 'सागर' (हरगांव) रमाकांत चौधरी, नंदीलाल, अमन पांडेय, विनीत दीक्षित 'बागी', राजेन्द्र तिवारी 'कंटक', अमित कैथवार, आनंद विश्वकर्मा, मानसी भारती, अपूर्वा शाक्य, अनीस अहमद, विकास सहाय ने काव्य पाठ किया‌।कार्यक्रम में
मुख्य वक्ता डॉ. राकेश माथुर ने पुस्तकों की समीक्षा प्रस्तुत करते हुए कहा सत्य प्रकाश शिक्षक की पुस्तक सामाजिक संदर्भों का एक कालजयी दस्तावेज है। उमाकांत त्रिपाठी की पुस्तक 'गीत और स्वर सभी तुम्हारे' की कविताएं जन भावनाओं के गहरे सरोकारों से जुड़ीं हैं। कार्यक्रम में डॉ राम औतार विश्वकर्मा, मूलचंद आर्या, अमित,अतुल, रूपांसी, अजय शर्मा, नीलकमल, राजकिशोर गौतम, डॉ आदित्य रंजन आदि सैकड़ों लोग उपस्थित रहे ‌। संचालन विकास सहाय ने किया।

पढ़िये आज की रचना

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(फिल्म समीक्षा)      एक मां के लिए उसका बेटा चाहे जैसा हो वह राजा बेटा ही होता है, बच्चे कच्ची मिट्टी की तरह होते हैं, जिन्हें हम अपने विचार...

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