![]() |
श्याम किशोर बेचैन |
हरा बदन है मुख है लाल |
घर है उसका पेड़ की डाल ||
पिंजरे मे
जब होता है |
मन
ही मन में
रोता है ||
मीठा तीखा
उसे पसंद |
उसको ना भाए प्रतिबंध ||
है
सुकदेव का वंशज वो |
बिन किताब पढ़ता है जो ||
शब्द शब्द
दोहराता है |
सबके मन को
भाता है ||