साहित्य

  • जन की बात न दबेगी, न छिपेगी, अब छपेगी, लोकतंत्र के सच्चे सिपाही बनिए अपने लिए नहीं, अपने आने वाले कल के लिए, आपका अपना भविष्य जहाँ गर्व से कह सके आप थे तो हम हैं।
  • लखीमपुर-खीरी उ०प्र०

Monday, May 24, 2021

इंसानियत के देवता हारे

इंसानियत के देवता हारे

-सुरेश सौरभ

 

इंसानियत और सामाजिक रिश्तों को शर्मसार करने वाली खबर » Khabar Satta

       वह मर गई। वह एक वेश्या थी। जब लोगों को यह पता चला कि वह कोरोना मरी, तो उसके सारे आशिक और भड़ुवे भी मर गए। अब उसकी लाश लावारिस पड़ी थी।.... अब उस लाश को नगर पालिका की कूड़ा गाड़ी लिए जा रही थी। 

          अपने घरों से झांकते हुए लोग उसे देख रहे थे-कह रहे थे, "बड़े-बड़े धन्ना सेठ, नेता, मंत्री जिसके पैरों में लोटा करते थे आज उसी पैरों को कुत्ते भी सूंघना नहीं चाहते। वाह रे! कोरोना तेरी क्रूरता से दुनिया हारी, दुनिया के सारे हुस्न हारे, इंसानियत के सारे देवता हारे।

सुरेश सौरभ

-सुरेश सौरभ

निर्मल नगर लखीमपुर-खीरी उत्तर प्रदेश

मो-7376236066

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पढ़िये आज की रचना

चर्चा में झूठी-सुरेश सौरभ

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