लघुकथा
स्कूल में मध्याह्न भोजन बन रहा था । सारे बच्चों को कढ़ी चावल बांटा गया । एक बालिका कढ़ी चावल खाते हुए रसोइये के पास दुबके-दुबके गयी, बोली- थोड़ा सा और दे दो भैया ।
'कितना खायेगी , तिबारा मांग रही है -रसोइया चिढ़कर बोला ।
'अरे मुझे पूरा भगोना दे दो मैं पूरा भगोना खा जाऊंगी ।' बालिका के शब्द सुनकर रसोइया और सारी अध्यापिकाएं हतप्रभ रह गयीं ।
निर्मल नगर लखीमपुर-खीरी
उत्तर प्रदेश
मो-7376236066