साहित्य

  • जन की बात न दबेगी, न छिपेगी, अब छपेगी, लोकतंत्र के सच्चे सिपाही बनिए अपने लिए नहीं, अपने आने वाले कल के लिए, आपका अपना भविष्य जहाँ गर्व से कह सके आप थे तो हम हैं।
  • लखीमपुर-खीरी उ०प्र०

Tuesday, October 13, 2020

सुंदरियाँ गलत हाथों में हैं

Tamatina Rajasthani Canvas Paintings - Indian Village Women - Miniature  Style - Rajasthani Wall Décor - Traditional Rajasthani Paintings -  Rajasthani Paintings - Paintings for Bed room - Paintings for Living Room -सोशल मिडिया पर कपल चैलेन्ज का हैसटेग ट्रेंड हो रहा है। एक से एक खूबसूरत जोड़े तो नहीं किन्तु इतना कह सकते हैं कि देश की सुंदरियां गलत हाथों में हैं, दिल पर मत लीजियेगा आपके तारीफ में ही यह लेख है। महिलाएं सुकुमार, कोमल होती हैं और साथ ही साथ सौन्दर्यता की प्रतीक भी होती हैं। पुरुष वर्ग सौन्दर्य का आशिक्त होता है एनकेनप्रकरणेन सौंदार्यता पर अपना अधिकार स्थापित करना उसका परमलक्ष्य होता हैकपल चॅलेंज'वर विवाहित जोडप्यांचा फोटोंचा पाऊस | eSakal। गुजरे जमाने में शक्ति और धनबल से सुन्दर स्त्रिओं पर अपना अधिकार स्थापित कर लेता था। जिसका विषद-वर्णन हमें इतिहास और साहित्य से प्राप्त होता है सौन्दर्यविजेताओं ने आम्रपाली, हेलेना, संयुक्ता, रूपमती, मस्तानी, जोधाबाई, नूरजहाँ, मुमताजमहल जैसी सुंदरियों पर अपना अधिकार स्थापित किया और कुछ असफल सौन्दर्य विजेता भी हैं यथा हीर-राँझा, सोनी-महीवाल, लैला-मजनू, अनारकली-सलीम, मिर्जा-साहिबा, ढोला-मारू आदि जिनकी सौन्दर्य युद्ध में हार हुई अपने जीवन का अंत कर लिया उसे मानव ने प्यार का नाम दे दिया यानि सच्चे आशिक जो घुट-घुट कर मरने की बजाय मौत को गले लगया और सदा-सदा के लिए अमर हो गए। आज के सौन्दर्य-विजेता धनबल के प्रभाव से सौन्दर्यता पर हावी हैं जिनके पास सरकारी नौकरी है, रूपया-पैसा है, बंगला है, वे ही सच्चे अर्थों में सौन्दर्यविजेता हैं। गुलाब खूबसूरत पुष्प है जिसको सभी पाने के लिए लालायित रहते हैं किन्तु वह किसके हाथ में हैं इसका उसे मलाल नहीं कुछ ऐसा ही सुन्दर लड़कियों और स्त्रियों का भी है। मानव स्वभाव से अधिकार प्रवृत्ति का होता है उसका सुन्दरता या किसी वस्तु के प्रति खिंचाव तब तक होता है जब तक की वह उसे अपने अधिकार क्षेत्र में नहीं ले लेता, काबिज होते ही फिर उसका मोह भंग होने लगता है, ये तो अपना ही है। कपल चैलेन्ज हैसटेग में ज्यादतर वही जोड़े सहभाग कर रहे हैं जो अभी नये हैं पुराने रूप सौन्दर्य पर अधिकार पा चुकें हैं इसलिए इस दौड़ से बाहर हैं। कपल चैलेन्ज के नाम पर महिलाओं की अपेक्षा पुरुषों ने ज्यादा अपनी पत्नी जोड़े का साथ फोटो शेयर किया है। महिलाओं में कहीं न कहीं इस बात की खुन्नस है कि उनका जोड़ उनके मनमाफिक नहीं है उन्होंने अपने अकाउंट से अपने साथी का फोटो शेयर नहीं की इस बात का पुख्ता प्रमाण है। दिल पर मत लीजियेगा क्योंकि हमारा काम था विश्लेषण करना सो कर दिया।
-अखिलेश कुमार 'अरुण'

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(फिल्म समीक्षा)      एक मां के लिए उसका बेटा चाहे जैसा हो वह राजा बेटा ही होता है, बच्चे कच्ची मिट्टी की तरह होते हैं, जिन्हें हम अपने विचार...

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